जलवायु परिवर्तन का भ्रम और प्रकृति का संदेश प्राकृतिक घटनाएँ दो प्रकार की होती हैं निश्चित दूसरी अनिश्चित !जो घटनाएँ घटित होनी निश्चित होती हैं उनके विषय में तो गणितीय पद्धति के द्वारा ग्रहणों की तरह हजारों वर्ष पहले पूर्वानुमान लगाया जा सकता है |कुछ घटनाएँ अनिश्चितहोती और ये अचानक कभी भी घटित होने लगती हैं ये प्रकृति का आकस्मिक आदेश होता है | ये सभी पूर्वानुमानों को गलत सिद्ध करता ...