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Showing posts from July, 2022

राजेश्वरी प्राच्यविद्या शोधसंस्थान का लक्ष्य -

                     महामारी   विज्ञान की खोज !                                          महामारी है या विज्ञान को चुनौती ?     कोरोना महामारी के समय जहाँ एक ओर महामारी एक देश से दूसरे देश दूसरे से तीसरे चौथे पाँचवें आदि देशों को संक्रमित करती चली जा रही थी | समाज संक्रमित होता चला जा रहा था | महामारी लोगों को मारती जा रही थी लोग मरते जा रहे थे |  अस्पताल से श्मशान तक सभी भरे हुए  थे | गंगा जी में लाशें तैर रही थीं तो कहीं बिखरी पड़ी थीं | बोरों की तरह शव उठा  उठा कर फेंके जा रहे थे |अपने स्वजन संक्रमितों को लोग छूने से बचते देखे जा रहे थे | लोग एक दूसरे को छूने में डर रहे थे | चारों ओर हाहाकार मचा हुआ था |वह समय कितना डरावना था |      ऐसे दुखद समय में लोगों ने घर से निकलना मिलना जुलना कहीं आना जाना सब कुछ बिल्कुल बंद कर रखा था | लॉकडाउन लगा दिया ग...